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अब और बड़ा नहीं होना मुझे Poetry About Maturity
बढ़ते दिन के साथ वह अजीब सी फीलिंग भी बढ़ रही है। विश्वास नहीं हो रहा अपना बचपन ख़तम हो गया। मुझे भी बड़े लोगो जैसी ट्रीटमेंट मिल रही है।
मैंने कभी नहीं सोचा था की मैं भी कमाने की और ज़िम्मेदारियों की बात करूँगा। पलक झपते ही 20’s में पोहोच गया और अब तो थर्टीस भी ज्यादा दूर नहीं है।
मुझे १६ साल के लड़के लड़कियां अब बच्चे नज़र आने लगे हैं हाँ वह बात है की मैं अब भी खुद को १६ साल का ही मानता हूँ। क्यूंकि मैं अब तक वैसा ही हूँ।
पुराने जोक्स पे आज भी हस्ता हूँ। तब की पिक उप लाइक्स लड़कियों पे आज भी उसे करता हूँ। कॉन्फिडेंस लेवल आज भी उतना ही है मचुरिटी की बात फिलहात करते ही नहीं है।
पर बहोत से बदलाव भी देखने को मिल रहा हैं। दोस्तों से मिलने की तरीक ही पक्की नहीं हो पा रही। अजीब लगता है सोच कर स्कूल में दोस्त जो सबको रुमाल भीगा कर मारा करता था आज वह ऐसी बात करता है की यार ऑफिस से लीव (सुट्टी )नहीं मिल पा रही।
18+ वेबसाइट ओपन करने के लिए झूठी ऐज(आयु) डालनी पड़ती थी। अब तो shaadi.com पे प्रोफाइल बन जाए उतनी ऐज हो गयी है।
इस भाग दौड़ की चपेट में हम भी कितनी जल्दी आ गए ना। कल तक जो दोस्त साथ में असाइनमेंट्स लिख रहे थे आज उनकी भी शादी हो गयी है।
कभी कभी चौंक जाता हूँ मैं सोच कर, की मेरी फवौरिट मूवी रॉकस्टार को भी रिलीज़ हुये 11 साल हो गए हैं यार। विश्वास नहीं होता ना की कितनी जल्दी बीत जाते हैं साल।
पहले छुट्टी वाले दिन घूमने जाने का मन होता था अब छुट्टी मिलती है तो, बस कुछ देर घर पे रहने को मिल जाए।
अभी जो बच्चे स्कूल में हैं उनसे कभी कभी जलन भी होती है, यार अभी तो इनके कितने मज़े बाकी हैं, काश मुझे भी वह दिन फिर से मिल जाए।
अभी भी लगता है की कल ही तो स्कूल यूनिफार्म पैक करके रखी है। अभी तो 12th का रिजल्ट देखना था, अभी तो कॉलेज में उससे नज़रें मिली थी। फिर यह अचानक मेरा बचपन कैसे खो गया।
पहले दोस्त WWE और पोकेमोन की बातें करने आते थे, आज कल अपनी जॉब के किस्से और शादी का कार्ड देने आ जाते हैं।
पता नहीं क्या है पर मैं यह सब प्रोसेस नहीं कर पा रहा। मैंने खुद को 20’s में तोह देख लिया चलो पर अब 30’s में इमेजिन नहीं कर पा रहा
डर लग रहा है, आगे क्या ही होगा, पर उम्मीद है, सब भला ही होगा, भला ही होगा।