Emotional Sad Love Story in Hindi :
मेरी ज़िन्दगी बनी पहेली। My Life is A Puzzle
मैं एक बहुत हंसमुख लड़का था। स्कूल टाइम में काफी फ्रेंड्स थी। लकिन सच्चा True Love तब हुआ जब में कॉलेज में BBA करबाए गए। वहां मुझसे लगभग एक महीने बाद रिया से मुलाकात हुई।
अस यू ऑल क्नो BBA में ट्रेनिंग फर्स्ट सेम से हुई स्टार्ट ही जाती है। ऐसे ही अमर उज्जला हुनरए कॉलेज आया और कहा इंटरेस्टेड कैंडिडेट्स कैन ज्वाइन।
मैं और मेरी फ्रेंड्स की टूलिए नए ज्वाइन किया। और उसी समय रिया और उसकी फ्रेंड्स नए भी ज्वाइन किया। वह सिटी के थोड़े आउटस्कर्ट एरिया से आती थी। तिह उसको एरिया नहीं क्लियर था उसने कॉलेज के बहार कहा की आप उनका ऑफिस जानतें है। मैंने कहा हाँ।
तोह उसने कहा की आप मुझसे एक बार ऑफिस का रास्ता देखा दीजिये गए। मैं अपनी बाइक पर और वह स्कूटी पर निकल पड़े। यह थी मेरी और मेरे प्यार की मुलकात की दास्तान।
फिर धीरे धीरे हमलोग में बात चित होने लगी। हम अच्छे दोस्त बन गये। फिर पर्पस काट दिया। सब बढ़िया सेटिंग हो गयी। और हमलोग कॉलेज के लव बर्ड्स में शामिल हो गये। फर्स्ट एंड सेकंड ईयर बहुत अच्छा गया। काफी घूमे फायर रोमांस किया समूचेस करे ओरल प्ले किया।
लेकिन कभी फुलटुश इंटरकोर्स नहीं किया था यही सोचा रहा की शादी के बाद करेंगे। लेकिन यह ज़िन्दगी कौन सा मोड़ ले गए येह नहीं पता था तब। थर्ड ईयर में उसका एक फ्रेंड होता था That one is out of college जिससे मैं नहीं जानता था उसका नाम था विनीत। शुरुवात में नार्मल लगा।
लेकिन फिर धीरे धीरे शक होने लगा। उस टीम ऑरकुट होता था। तोह मैं उसके ऑरकुट अक्स। में नज़र रखने लगा। चैट हिस्ट्री मेरी आयडी पे फॉरवर्ड हो जाती थी।
लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। लेकिन शक भी कम बही हुआ ऐसा इसलिए जी अब हमारी फाइट्स होने लगी थी। मेरे साथ पहले जैसा बेहेवियर नहीं था। फ़ोन नहीं रिसीव करना etc etc ….
उस टाइम उस के लेग में फ्रैक्चर हो गया था। और थंड का टाइम था। मैं कॉलेज जाता था और अपनी पढ़ाई कम करता उसके लिए नोट्स ज्यादा बनता था। कॉलेज करता था। फिर एक वीक में २ दिन जा के उसके घर पे नोट्स देता था। ताकि उसकी स्टडीज का नुक्सान न हो।
शहर से २० किलोमीटर अंदाज़ में उसका घर होता था। कुछ समय बाद वॉग स्टिक लेके चलने लगी थी। उन्हें दिनों उससे फ़ोन किया तो कहती है की मैं कॉलेज नहीं आउंगी लेग में पैन हो रहा है। लेकिन मुझे कुछ अजीब लगा।
मैंने अब की बार उसके डॉक्टर फ़ोन पे मिलाया। तोह उसकी मम्मी ने कहा बीटा वह तो कॉलेज गयी है। मेरे होश उड़ गये। काटो तोह खून नहीं। बाद में पता लगा की वह विनीत के साथ पैंटालून में शॉपिंग कर रही है।
उसने यही कहा की अगर मैं तुमको बताती तोह तुमको बुर्रा लगता। चलो यह भी इग्नोर किया। लेकिन समझ में नहीं आ रहा था की येह मिस अंडर स्टैंडिंग है या धोका। ?
मुझसे तोह धोका लाग रहा था। फिर एक दिन मैं आउट ऑफ़ सिटी गया हुआ था। तोह मैंने सोचा की बात करें मैंने फ़ोन मिलता रहा लेकिन उसने रिसीव नहीं किया। अब मैं भी ज़िद्दी। मैं लगत्तर 50 से 60 बार फ़ोन मिलाया।
तब कहीं जा के उसने फ़ोन रिसीव किया और कहा की मैं अपनी फ्रेंड तन्वी के कॉलेज आइए हूँ। लेकिन ऐसा लग रहा था की वह कहीं बाथरूम से बोल रही है। क्यूंकि उसकी आवाज गूंज रही थी। बस उसने इतना कह के फ़ोन काट दिया।
हम वहां दूसरा शहर में सड़क पर खड़े रो रहे थे। और वह वहां पता नहीं क्या गुल खिला रही थी। चलो इससे भी इग्नोर किया एक दिन तोह याद ही हो गयी।
येह दिन था मेरे ब्रेक अप का। मैं कॉलेज पहुंचा अपनी बाइक खड़ी की और स्टैंड वाला आया खता है भैया जी काल रिया आई थी अपनी स्कूटी कड़ी करके। और एक बुर्र कड़ी ब्लैक हौंडा सिटी मैं बैठा के चली गयी
अब मैं हुआ पागल। कॉलेज में मेरे बगल में बैठी थी। लेक्चर चाल रहा था। मैंने आज सोच लिया था बस अब और मैं जी पाऊंगा।? मैं माँ बहन की गालिया दी उसे रंडी कहा और पता नहीं क्या क्या कहा। वह रोते रोते घर चली गयी।
मैंने यही सोचा था की अब मैं इससे वास्ता नहीं रखूँगा। लें सच यही था की मैं उससे जान से प्यार किया था। जो माँगा वह दिया था। घर पैसे चोरी करके उसके लिए गिफ्ट लेता था।
अब क्या था जैसे तैसे Graducation की। बिज़नेस में तोह क्लास १२थ कर बाद से हो हुए आज्ञा था। फर्स्ट ईयर बाद शादी हो गयी। एक साल बाद एक doughter भी हूँ गयी।
लेकिन इन 2 सालो में बहुत याद आई। 5-6 बार बात चित भी हुई। मैंने पूछा की अगर मेरी शादी नहीं होती तोह क्या मुझसे शादी करती। उसने कहा हां ज़रूर करती। शायद आज उसको अपनी गलती का एहसास होता है। लेकिन कोई रास्ता नहीं है अब। तब हम तन्नहा थे आज हम मजबूर है।
आज उसकी फेसबुक पे पिक देखि। तो पता लगा की उसकी इंगेजमेंट हो गयी है। तब येह स्टोरी लिखने का फ़ासिला किया। मेरी विशेष और प्यार हमेशा उसके साथ रहेगा।
दोस्तों मेरी क्या गलती है मेरी। मैंने सच्चा प्यार किया यही गलती थी मेरी। ? दोस्तों गलती इंसान से हुए होती है। लेकिन वक़्त रहते उसे सुधर लू तोह ज़िन्दगी आसान हो जाती है।
Moral Of The Story Sad Love Story in Hindi
गलती इंसान से हुए होती है। लेकिन वक़्त रहते उसे सुधर लू तोह ज़िन्दगी आसान हो जाती है।